मथाणिया
इसी प्रकार भगवती करणी जी जब राव जोधा की प्रार्थना पर मेहरानगढ़ की नींव लगाने जोधपुर पधारी थी, तब मथाणिया के बारहठ अमराजी की प्रार्थना पर मथाणिया पदार्पण कर स्वयं अपने कर-कमलों से मंदिर की नींव रखी। मथाणिया गांव में भी मां का भव्य मंदिर खड़ा है-
‘‘मात विराजै मथाणियै सवा पहर दिन सूर।’’
|